परमेश्वर के अनुराग से मिलेगा परम आनंद:सिद्धगुरू महाराज
सामवेद पारायण महायज्ञ का तीसरा दिन
रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर/
बागपत /बडौत /बिनौली क्षेत्र के गांव जिवाना के नीलकंठ आश्रम में प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में चल रहे पांच दिवसीय सामवेद पारायण महायज्ञ में तीसरे दिन शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने आहुति देकर पुण्यार्जन किया।
नीलकंठ आश्रम पीठाधीश सिद्धगुरु महाराज ने श्रद्धालुओं को उपदेश देते हुए कहा कि गुरु सानिध्य, परमार्थ व ज्ञान के द्वारा सही मार्ग मिलता है। हम सबको अपने कर्म व्यवहार से राष्ट्र के प्रति समर्पित होना चाहिए, यही राष्ट्रधर्म है। निरंतर पवित्र हृदय से यज्ञ में आहुति देकर राष्ट्र के विकास की कामना करना ही हमारा परम दायित्व है। उन्होंने कहा कि परमात्मा ने हमे मानव जीवन श्रेष्ठ कार्य करने को दिया है। जीवन को यज्ञ से जोड़े ओर यज्ञ करें, परहित करके जीवन जिए इसी से आपके जीवन का निर्माण होता रहेगा। जो मनुष्य परमेश्वर की शरण में रहता है उसका जीवन महान बनता है। परमेश्वर के अनुराग में जो मनुष्य निरंतर स्नान करता है उसे परम आनंद की प्राप्ति होती है। आचार्य अमित शास्त्री व अंकुर भारद्वाज ने सस्वर वेदपाठ व ईश भक्ति से ओतप्रोत भजन प्रस्तुत कर भाव विभोर किया। आयोजन में कपिल त्यागी सपत्नीक यज्ञमान रहे।
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