ईस्ट इंडिया टाइम्स रिपोर्ट सौरभ अग्रवाल

फिरोजाबाद । जिलाधिकारी रमेश रंजन के अथक प्रयासों से “एक जनपद एक उत्पाद योजना” के अन्तर्गत जनपद फिरोजाबाद में ग्लास वेयर के साथ-साथ फूड प्रोसेसिंग को भी एक अतिरिक्त उत्पाद के रूप में ओ.डी.ओ.पी. योजना में शामिल किया गया है, इस पहल से जनपद में नवीन इकाईयां स्थापित होंगी। जिससे, एक लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। जिलें में इससे आलू प्रसंस्करण इकाईयों में सुधार होगा। इससे किसानों की दशा एवं दिशा सुधरेगी।
जिलें में देखा जाए तो, इस समय कुल 1.78 लाख हे. कृषि क्षेत्र है, जिसमें से कुल 48000 हे. पर आलू की खेती की जा रही है। आलू प्रसंस्करण इकाई के अलावा कृषि आधारित उत्पादों जैसे- आचार, मुरब्बा, चिप्स जैम और जैली जेसे प्रोडक्शन यूनिटों को इससे फायदा पहुंचेगा और फूड प्रोसेसिंग इकाइयों से युवाओं और तकनीकी रूप से कुशल लोगों को नए रोजगार मुहैया होंगे।
ओ.डी.ओ.पी. के तहत अतिरिक्त उत्पाद में फूड प्रोसेसिंग के रूप में शामिल करने से युवाओं को नए क्षेत्र में कारोबार करने का मौका मिलेगा, जैसा कि विदित है कि, लोकल को ओकल करने के विचार से छोटे शहरों के उत्पादों को अंतराष्ट्रीय पहचान दिलाने के उद्देश्य से उ.प्र. सरकार ने 24 जनवरी 2018 को ओ.डी.ओ.पी. योजना की शुरूआत की थी। जिसका मुख्य उद्देश्य था लघु कुटीर और मध्यम उद्योगों का विकास करना। जिससे न केवल क्षेत्रीय उत्पादों को पहचान मिलेगी अपितु, इससे बडी संख्या में युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
इस योजना को संचालित करने के लिए पुरूषों को एक लाख रू. और महिलाओं को डेढ लाख रू. की लोन सब्सिडी दी जाएगी। इस योजना से परम्परागत उद्योगों को एक नया जीवन मिलेगा और इन व्यवसायों से जुड़े हुए लोगों को भी आर्थिक रूप से सम्बल बनाने में मदद मिलेगी।