रिपोर्ट विरेन्द्र तोमर बागपत


बागपत/ बडौत/बिनौली ब्लॉक के पिचौकरा व बरनावा गांव में मंगलवार को करबला के 72 शहीदों की याद में मोहर्रम पर सोगवारो ने मातमपुर्सी करते हुए ताजियों का जुलूस निकाला। इसके उपरांत ताजियों को करबला में दफन किया गया।
पिचौकरा गांव में ताजिये के जुलूस से पूर्व इमामबाड़े में जीशान हैदर जैदी अजमेरी ने अपनी तकरीर में बताया कि जब नाना के दीन पर मुसीबत आई थी, तब हुसैन ने दीन को बचाने के लिए खुद को कुर्बान कर दिया था, और दीन पर कोई आंच नही आने दी थी। इसके उपरान्त करबला के 72 शहीदों की याद में ताजिये का जुलूस इमामबाड़े से शुरू हुआ। जिसमे सौगवार या हुसैन या हुसैन बोलकर अपने जिस्म को धारदार चाकुओ, जंजीर, ब्लेड आदि से लहूलुहान कर खूनी मातम मना रहे थे। ताजिये का जुलूस पूरे गांव का भ्रमण कर करबला में पहुचा। जहां ताजिये दफनाए गए। इस दौरान मुंतजिम हैदर, अली हैदर, बाबर रजा, एहसन रजा, अली रजा, शहनवाज हुसेन, मोहसीन रजा, शमीम अख्तर, कमाल हैदर, मास्टर अब्बास, सलमान हैदर, समर अब्बास, अरबाब आदि रहे। उधर बरनावा गांव में भी सौगवारो ने जमकर मातमपुर्सी की। जुलूस के बाद ताजियों को करबला में दफन किया गया।